देश के लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए EPS-95 (Employees’ Pension Scheme 1995) बहुत महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना उनके लिए सुरक्षा और वृद्धावस्था में नियमित आय सुनिश्चित करती है, जिन्होंने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा नौकरी में बिताया।
हाल के महीनों में EPS-95 पेंशन से संबंधित कई बदलावों और चर्चाओं ने पेंशनर्स का ध्यान आकर्षित किया है। सरकार और EPFO की तरफ से बार-बार पेंशन में सुधार और न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की मांग उठाई जाती रही है।
पेंशनर्स का कहना है कि मौजूदा महंगाई और जीवन लागत के हिसाब से मौजूदा पेंशन बेहद कम है। सामाजिक संगठनों और ट्रेंड यूनियनों द्वारा बार-बार सरकार को ज्ञापन देकर यह मांग की जा रही है कि EPS-95 पेंशन में बढ़ोतरी हो, जिससे पेंशनर्स को आर्थिक राहत मिल सके।
EPS 95 Pension Latest News
2025 तक EPS-95 पेंशन की न्यूनतम राशि अभी भी ₹1000 प्रति माह है, लेकिन मजबूत मांग है कि इसे बढ़ाकर ₹7500 प्रति माह किया जाए। सरकार द्वारा इस मांग पर विचार किए जाने और लगातार मंथन जारी रहने की खबरें हैं। मई 2025 के बाद से इस संबंध में कई बार बात उठी, लेकिन अंतिम फैसला अभी लटका हुआ है.
पेंशनर्स और ट्रेड यूनियनों का तर्क है कि बढ़ती महंगाई और जीवन यापन की बढ़ती लागत के आगे मौजूदा पेंशन नाकाफी है। इसलिए उन्होंने न्यूनतम पेंशन को सात गुना तक बढ़ाने, महंगाई भत्ता (DA) जोड़ने और मुफ्त चिकित्सा सुविधा जैसी मांगें भी सरकार के सामने रखी हैं.
सरकार ने संसद में जवाब दिया है कि पेंशन बढ़ाने का प्रस्ताव विचाराधीन तो है, लेकिन फंड की स्थिरता और दीर्घकालिक वित्तीय दायित्वों को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा। फिलहाल पेंशनर्स ₹1000 की न्यूनतम पेंशन के हकदार हैं, और जब भी कोई बढ़ोतरी होगी तो EPFO और श्रम मंत्रालय की स्वीकृति के बाद लागू की जाएगी.
EPS-95 पेंशन से मिलने वाले फायदे
EPS-95 योजना के तहत हर सदस्य को रिटायरमेंट के बाद मासिक पेंशन मिलती है।
- सदस्य की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी और बच्चों को भी पेंशन मिलती है।
- पूरी तरह दिव्यांग होने पर भी आजीवन पेंशन की सुविधा मिली है।
- परिवार की मृत्यु-जन्य स्थितियों के अनुसार विधवा/परित्यक्ता, बच्चे, अनाथ, या माता-पिता को पेंशन दी जाती है.
योजना का लाभ 50 वर्ष की आयु के बाद (अर्ली रिटायरमेंट/विकलांगता) तथा सामान्य रूप से 58 वर्ष की उम्र के बाद मिलता है।
कितने पेंशनर्स उठा रहे हैं लाभ?
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार 2025 तक करीब 78 लाख से ज्यादा सदस्य EPS-95 पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं। इनमें से बड़ी संख्या में सदस्य 1500 रुपये से भी कम पेंशन पाते हैं.
आंकड़े बताते हैं कि आधे से अधिक पेंशनधारकों को 1500 रुपये से कम और केवल 0.65% को 6000 रुपये से ज्यादा पेंशन मिलती है।
आगे क्या उम्मीद की जा रही है?
पेंशनर्स को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही नई पेंशन राशि ₹7500 और DA की घोषणा कर सकती है। यह कदम उनकी आर्थिक हालत को बेहतर करेगा। हालांकि वित्तीय संकट और फंड की मजबूती चुनौती है, इसलिए सरकार और EPFO इस पर धीरे-धीरे विचार कर रहे हैं.
अगला बजट सत्र या संसद बैठक EPS-95 पेंशनर्स के लिए अहम साबित हो सकता है। तब तक पेंशनर्स की मोर्चाबंदी और सरकार से बातचीत लगातार जारी है।
निष्कर्ष
EPS-95 पेंशन का मुद्दा आने वाले महीनों में खास चर्चा में रहेगा। न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की मांग पूरी होने पर करोड़ों पेंशनधारकों को राहत मिलेगी, लेकिन जब तक नया फैसला नहीं आता, मौजूदा लाभ और शर्तों के अनुसार ही पेंशन मिलती रहेगी। हर बदलाव EPFO और सरकार की स्वीकृति के बाद ही लागू होगा।